मिथिला पर्यावरण और प्राकृतिक समृद्धि सोसायटी ने दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज में “पर्यावरण संरक्षण के लिए तकनीकी नवाचार” और “प्लांटेशन ड्राइव” पर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला आयोजित की गई है। इस कार्यशाला में डॉ. पी.एम मिश्रा (WIT दरभंगा के प्रमुख) मुख्य अतिथि थे उन्होंने भाषण में मानव समाज के सामाजिक दायित्व की महत्वपूर्णता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि मानव एक सामाजिक प्राणी हैं और हमें सामाजिक रूप से सही दिशा में बढ़ना चाहिए। वह यह भी से बताए कि हम एक दूसरे की मदद करें । इससे एक साजग और साहसी समाज बन सकता है जो पर्यावरण की रक्षा करने के लिए सक्रिय रूप से योजना बना सकता है।

इस कार्यशाला के अन्य प्रमुख अतिथियों में डॉ. रामबाबू खेतान (ऑर्थोपेडिक सर्जन) उन्होंने बताया कि नई तकनीकी उन्नतियों के माध्यम से चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्टता की दिशा में कई संभावनाएं हैं। । श्री महेश झा ने “जल ही जीवन है” कहकर अपने भाषण को जल संग्रहण पर केंद्रित किया, उन्होंने सुनिश्चित किया कि उनका संदेश सभी छात्रों तक पहुंचे और वे समझें कि जल संचय न केवल अच्छा व्यवहार है, बल्कि यह भी पर्यावरणीय सुरक्षा के प्रति हमारे दायित्व का हिस्सा है।। श्री जीतेन्द्र कुमार मिश्रा (MEANS निदेशक) ने मानव जीवन में पौधों के महत्व के बारे में बताया और कहा कि हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने का प्रयास करना चाहिए।उन्होंने बताया कि पौधरोपण से हम सिर्फ अपने जीवन को ही नहीं, बल्कि पूरे पारिस्थितिकी सुरक्षा को भी सुनिश्चित कर सकते हैं।

इस कार्यशाला में डीसीई दरभंगा के Principal Prof. ( Dr. ) Sandeep Tiwari ने सभी मेहमानों का स्वागत किया, जो समाज में विभिन्न तरीकों से सहायक हैं, और छात्रों को उनसे सीखने का सुझाव दिया। आखिरी में, QUIZ प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें नंदिनी (तीसरे सेमेस्टर की छत्रा) ने पहला पुरस्कार जीता है। इस event में कई अन्य मेहमान भी मौजूद थे।

आखिरी में, सभी मेहमानों और छात्रों ने विभिन्न प्रकार के पेड़ लगाए। सहायक प्रोफेसर ईशांत ने कहा कि हम हर महीने इस प्रकार के प्लांटेशन ड्राइव का आयोजन करेंगे और इस कैम्पस को हरित बनाए रखेंगे। इस कार्यक्रम की समन्वय कार्यों में असिस्टेंट प्रोफेसर रवि, जावेद, विनायक झा एवं कॉलेज कर्मी श्री दीपक मिश्रा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

रवि, पल्लवी, विशाखा, शिवम, मेघा जैसे कई छात्र इस प्लांटेशन ड्राइव में सक्रिय रूप से भाग लिये.